Thursday 4 September 2014

“बी0बी0सी0 कैम्पस हैंग आउट“ में हुई तर्कसंगत परिचर्चा


चमन शर्मा
अलीगढ़:केन्द्र सरकार के सौ दिन पूरे होने पर बी0बी0सी0 हिन्दी सर्विस द्वारा अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग में एक परिचर्चा का आयोजन किया गया जिसका मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी की अपेक्षाओं, भावनाओं, सरकार की सफलता और असफलता के साथ-साथ छात्रों के दृष्टिकोंण को तर्कसंगत तौर पर प्रस्तुत करना था।

“बी0बी0सी0 कैम्पस हैंग आउट“ वार्षिक से आयोजित इस परिचर्चा में विभिन्न संकायों के बीस छात्र व छात्राओं ने अपना पक्ष प्रस्तुत किया जिसका सोशल साइट्स पर सीधा प्रसारण किया गया।
इस परिचर्चा में कुलपति जनरल जमीर उद्दीन शाह, सह कुलपति ब्रिगेडियर एस0 अहमद अली के साथ-साथ यूनिवर्सिटी वैब कमैटी के सदस्य भी मौजूद थे।
परिचर्चा की समाप्ति पर कुलपति जनरल शाह ने कहा कि उन्हें गर्व है कि विश्वविद्यालय के छात्र व छात्रायें इतनी सक्षम हैं कि वह अपना दृष्टिकोंण मजबूती से प्रस्तुत कर सकें।
उन्होंने कहा कि छात्रों ने जिस संयम और ऊर्जा भरे ढ़ंग से अपना पक्ष रखा है उससे उन्हें उम्मीद है कि इस कार्यक्रम से अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के बारे में फैली भ्रांतियां दूर होंगी और यहाॅ के छात्रों के विचारों को समझने का लोगों को मौका मिलेगा कि यह संस्था बहुत ही आधुनिक और धर्मनिर्पेक्ष है और दो तीन वर्षो में यह देश की नम्बर एक यूनिवर्सिटी बन जायेगी।
बी0बी0सी0 के प्रोडयूसर श्री इकबाल अहमद ने कहा कि जो भी चर्चा हुई वह बहुत सार्थक थी और बहुत ही खूब सूरत ढ़ंग से छात्रों ने अपनी बात रखी।
अमर उजाला के स्थानीय सम्पादक अरूण आदित्य ने कहा कि यहाॅ के छात्रों ने राष्ट्रीय मुद्दों को गम्भीरता से रखा और यह साबित कर दिया कि बी0बी0सी0 ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का चयन क्यों किया।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सौ दिन वाले काम किये हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार पिछली मिली जुली सरकारों का मिश्रण है। वह मनमोहन सिंह सरकार की आर्थिक नीतियों को अपना रही है जब कि उनका प्रशासन इन्दिरा सरकार के अधिन्यायिकवादी रूप की याद दिलाता है।
इंजीनियरिंग के छात्र तपन उपाध्याय ने कहा कि अमुवि साम्प्रदायिक सद्भाव की सबसे बड़ी मिसाल है और यहाॅ किसी के साथ भेदभाव नहीं होता जो लोग ऐसा महसूस नहीं करते उन्हें यहाॅ आकर स्वंय देखना चाहिये। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार नई आई0आई0टी0 खोलने की बात कर रही है और बी0एच0यू0 के इंजीनियरिंग कालिज को आई0आई0टी0 का दर्जा दे दिया गया है जब कि अमुवि के इंजीनियरिंग कालिज को अटल सरकार के तत्कालीन शिक्षा मंत्री डा0 मुरली मनोहर जोशी ने आई0आई0टी0 का दर्जा देने की बात कही थी जिसे अब पूरा किया जाना चाहिये।
पी0एच0डी0 के शोध छात्र जुल्फिकार सेठ ने कहा कि युवाओं में ही देश को बदलने की क्षमता है लव जेहाद और नफरत की भाषा से माहौल को खराब किया जा रहा है। उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की ऐतिहासिक विरासत को बाकी रखने के लिये अल्पसंख्यक स्वरूप को बहाल करने की मांग की।
एम0एड0 की छात्रा नाजली शाह ने कहा कि सौ दिन का समय बहुत कम होता है। उन्हानेें नारी शिक्षा को बढ़ावा देने और महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने पर बल देते हुए कहा कि मोदी सरकार ने आठ सौ साल पुरानी नालन्दा विश्वविद्यालय को खोलकर ऐतिहासिक कदम उठाया है।
कानून के छात्र श्री अली फादान गुलरेज ने कहा कि इन सौ दिनों में अच्छे और बुरे हर तरह के काम हुए हैं। बुरे काम ज्यादा हुए हैं। चुनाव अभियान में विकास का मुद्दा सबसे ऊपर था परन्तु उसे पीछे कर दिया गया। फिलिस्तीन पर मोदी सरकार मौन है और अब सबकी नजरें 1625 दिनों पर टिकी हुई हैं।
एम0टैक इलैक्ट्रीकल इंजीनियरिंग की छात्रा सदफ इकबाल ने कहा कि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी अफसर शाही को ठीक कर रहे हैं और मजबूत प्रधानमंत्री के रूप में उभर रहे हैं। उन्होंने बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ योजना के लिये सौ करोड़ रूपये स्वीकृत किये हैं जब कि मूर्ति लगाने के लिये दो सौ करोड़। उन्हें बेजान चीजों की तुलना में जीवित चीजों के विकास पर ध्यान देना चाहिये।
एम0डी0 की छात्रा डा0 संगीता भट्ट ने कहा कि शिक्षा और शोध पर ज्यादा ध्यान देना चाहिये। उन्होंने कहा कि लगभग दो लाख युवक विदेशों में काम कर रहे हैं क्यों कि शोध कार्यो में फन्ड की कमी है और केवल पाॅच प्रतिशत युवक ही देश वापिस लौटते हैं। हम चीन की तुलना में अच्छी चीजें बना सकते हैं और मेड इन इंडिया को प्रचारित किया जाना चाहिये।
मैडीकल की छात्रा फातिमा खान ने मोदी सरकार की जनधन योजना की प्रशंसा करते हुए कहा कि स्वास्थय सेवाओं को भी बहतर बनाया जाय और अच्छे दिनों के जो सपने दिखाये हैं उन्हें साकार किया जाय ताकि कोई व्यक्ति भुखमरी का शिकार न हो।
डा0 मुहम्मद ताबिश खान ने कहा कि सौ दिन में अच्छे नतीजे नहीं आये परन्तु हर नतीजे को प्रभावित करते हैं। माधव चैधरी ने कहा कि मोदी सरकार ने सवा करोड़ बैंक खाते खोलकर सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने कहा कि अब नई सोच की जरूरत है।
कानून के छात्र फवाज शाहीन ने कहा कि इन सौ दिनों में शिक्षा का भगवाकरण हुआ है और साम्प्रदायिक उन्माद बढ़ रहा है जो शान्तिप्रिय लोगों के लिये चिन्ता का विषय है।
डा0 सारा ने कहा कि हमारे देश में बलात्कार की घटनाओं को भी साम्प्रदायिक रंग दिया जा रहा है जो व्यक्ति संविधान के विरूद्ध कार्य करे उसे दंडित किया जाय। कार्यक्रम के एंकर मुकेश शर्मा ने छात्रों से प्रश्न पूॅछे और उनकी प्रतिभा की प्रशंसा की। डा0 राहत अबरार ने सभी का आभार व्यक्त किया।

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