Sunday 9 March 2014

"पवित्र कुरान इंसान को बनाती है इंसान"

अलीगढ़:अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के के0ए0 निजामी कुरानिक अध्ययन केन्द्र द्वारा “बहुसांस्कृतिक समाज में आपसी प्रेम व सद्भाव” पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का उद्घाटन करते हुए मुस्लिम पर्सनल लॉ  बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना मुहम्मद राबे हसनी नदवी ने कहा कि पवित्र कुरान इंसान को इंसान बनाने और अमन व शान्ति को कायम रखने पर जोर देता है परन्तु आज मानवता गिरी हुई चीजों का इस्तेमाल कर रही है।

उन्होंने कहा कि अल्लाह ने हमें जो जिन्दगी दी है और हमें अपने दायित्वों का निर्वाह करने को जो हिदायत दी है उस पर हमें अमल करना चाहिये। उन्होंने कहा कि इस्लाम इंसान की समस्याओं का हल पेश करता है।
मौलाना राबे नदवी ने कहा कि यूरोप और अमरीका के बहुत से ईसाई इस्लाम धर्म कबूल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रोफेसर के0ए0 निजामी और मौलाना अली मिंया में गहरे सम्बन्ध थे और इस सैंटर को भी वह अपना सैंटर मानते हैं।
उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करते हुए कुलपति लैफटीनेंट जनरल (सेवानिवृत) जमीर उद्दीन शाह ने कहा कि विश्व में जो अशान्ति है उसका प्रमुख कारण फिलिस्तीन समस्या है जब तक फिलिस्तीन की समस्या हल नहीं होगी यह समस्या बनी रहेगी।
उन्होंने कहा कि इन्टर फेथ डायलाग समाज की बड़ी जरूरत है और हमें दूसरे धर्मो का भी सम्मान करना चाहिये और सबसे ज्यादा जोर शिक्षा पर केन्द्रित करना चाहिये ताकि दूरियां कम हो सकें।
जनरल शाह ने कहा कि बचपन में जो दोस्तियां होती है, वह बहुत देर तक रहती है। उन्होंने कहा कि साम्प्रदायिक दंगों के कारण भारतीय मुसलमान सुरक्षित स्थान की तलाश में मुस्लिम बस्तियों में रहने लगे जिसके कारण दोनों के बीच सद्भाव का वातावरण प्रभावित हुआ।
उन्होंने कहा कि वह एक फौजी अफसर रहे हैं जहाँ किसी भी प्र्रकार का किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जाता और सभी धर्मो को बराबर सम्मान दिया जाता है।
कुलपति जनरल शाह ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ने अपने दरवाजे दीनी मदरसों के छात्रों के लिये भी खोल दिये हैं ताकि इन मदरसों के छात्रों को आधुनिक शिक्षा के अवसर उपलब्ध हो सकें। कुलपति ने कहा कि दीनी मदरसों के छात्रों के लिये एक वर्षीय ब्रिज कोर्स शुरू किया गया है जिसमें उन्हें आधुनिक शिक्षा का ज्ञान दिया जाता है।
के0ए0 निजामी कुरानिक सैंटर के निदेशक प्रोफेसर अहतशाम ए0 निजामी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार में बंगलादेश, श्रीलंका और मलेशिया सहित भारत वर्ष के प्रमुख विद्वान हिस्सा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस सेंटर में सात कोर्सो की शिक्षा दी जा रही है और अब तक पाँच पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है और तीन व्याख्यानमाला भी आयोजित किये जा चुके हैं। इस अवसर पर कुलपति ने एक स्मारिका का भी विमोचन किया।
डा0 एफ0एस0 शीरानी ने उद्घाटन सत्र का संचालन किया और अतिथियों का आभार व्यक्त किया।

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