अलीगढ़। आगामी 27 दिसम्बर को एएमयू में राष्ट्रपति आगमन को लेकर फूल प्रूफ सिक्योरिटी को लेकर एएमयू इंतजामिया व प्रशासन दिन-रात एक कर रहे हैं। इस दौरान किसी भी प्रकार की विरोधात्मक कार्य न हो इसलिए पल-पल की ख़बर पर गौर किया जा रहा है। लेकिन एक व्यक्ति ऐसा है जो एएमयू में राष्ट्रपतिके सामने आत्मदाह कर अपने जीवन को समाप्त करने के लिए फिराक्त में है।
बीते 7 सितम्बर को भी इस व्यक्ति ने उपकुलपति आवास पर जहर खाकर मरने की कोशिश की लेकिन बच गया। आखिर यह व्यक्ति क्यों अपने जीवन को इस तरह खत्म करने को उतारू है। मु.अशफाक हमीदी ने 2013-14 में एएमयू में पीजी डिप्लोमा इन मास कम्यूनिकेशन उर्दू में फार्म डाला था। उसका प्रतीक्षा सूची के अन्तिम क्रमांक पर आया था। अन्त में एक बच्चे के प्रवेश न लेने पर इन्हें मौका मिला लेकिन इसको इधर से उधर विभाग ने दौड़ाया। प्रवेश नहीं दिया गया और प्रवेश पूर्णतः बन्द कर दिया गया। आपरेशन से परेशान इस व्यक्ति को चलने फिरने से मना किया गया। इसकी शिकायत कुलपति से की गयी। कोई जबाब नहीं आने पर राष्ट्रपति को फैक्स व मेल किया। उनसे भी कोई जबाब नहीं मिला। मु.अशफाक हमीदी ने बताया कि न्याय नहीं मिला तो राष्ट्रपति के सामने आत्मदाह कर जीवन समाप्त कर लूंगा।
बीते 7 सितम्बर को भी इस व्यक्ति ने उपकुलपति आवास पर जहर खाकर मरने की कोशिश की लेकिन बच गया। आखिर यह व्यक्ति क्यों अपने जीवन को इस तरह खत्म करने को उतारू है। मु.अशफाक हमीदी ने 2013-14 में एएमयू में पीजी डिप्लोमा इन मास कम्यूनिकेशन उर्दू में फार्म डाला था। उसका प्रतीक्षा सूची के अन्तिम क्रमांक पर आया था। अन्त में एक बच्चे के प्रवेश न लेने पर इन्हें मौका मिला लेकिन इसको इधर से उधर विभाग ने दौड़ाया। प्रवेश नहीं दिया गया और प्रवेश पूर्णतः बन्द कर दिया गया। आपरेशन से परेशान इस व्यक्ति को चलने फिरने से मना किया गया। इसकी शिकायत कुलपति से की गयी। कोई जबाब नहीं आने पर राष्ट्रपति को फैक्स व मेल किया। उनसे भी कोई जबाब नहीं मिला। मु.अशफाक हमीदी ने बताया कि न्याय नहीं मिला तो राष्ट्रपति के सामने आत्मदाह कर जीवन समाप्त कर लूंगा।
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