Friday 25 March 2016

सरसैयद हवेली एएमयू को सोंपने की दिल्ली सरकार से हुई गुजारिश

अलीगढ़:अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के एक तीन सदस्यीय दल ने गत दिवस दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष अमानत उल्लाह खाॅ से भैंट कर पुरानी दिल्ली में दरियागंज स्थित सरसैयद की पुश्तैनी हवेली को संरक्षित करने और वहाॅ सर सैयद संग्राहलय बनाने के साथ ही कनाॅट पैलैस स्थित ब्लाक बी0 में 28 सितम्बर 1945 को  हामिद अली खाॅ द्वारा वक्फ समिति को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को दिये जाने पर विस्तार से चर्चा करते हुए उक्त मामलों में दिल्ली सरकार द्वारा प्रभावी कदम उठाने का आग्रह किया।
ज्ञात रहे कि हाल ही में अमुवि के कुलपति लेफटीनैंट जनरल जमीर उद्दीन शाह (सेवानिवृत) और सहकुलपति ब्रिगेडियर एस0 अहमद अली (सेवानिवृत) ने दिल्ली के मुख्य मंत्री अरविन्द केजरीवाल से 18 मार्च को भैंट कर अमुवि के लिये उपयुक्त इमारत उपलब्ध कराने के साथ सर सैयद की हवेली में संग्रहालय स्थापित करने और कैनाॅट पैलेस स्थित वक्फ सम्पत्ति को विश्वविद्यालय को प्रदान करने का आग्रह किया था जिस पर मुख्यमंत्री ने वक्फ बोर्ड को कार्यवाही करने का निर्देश दिया था।
अमुवि के इस प्रतिनिधिमंडल में प्रोपर्टी विभाग के चीफ सिक्योरिटी आफीसर मेजर अरकम खाॅ, प्रोपर्टी आफीसर आरिफ और जनसंपर्क विभाग के सलाहकार डा0 राहत अबरार ने सबसे पहले सर सैयद की पुश्तैनी हवेली को देखा और इस हवेली में रह रहे लोगों से भी बात चीत की।
सर सैयद जिस स्थान पर रहते थे उसको दिल्ली सरकार ने सर सैयद रोड घोषित कर रखा है। सर सैयद की दोसोवीं जन्मशती के अवसर पर विश्वविद्यालय का प्रयास है कि इस हवेली को संरक्षित कर संग्रहालय में परिवर्तित कर दिया जाय।
बाद में इस तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने वक्फ बोर्ड कार्यालय में दिल्ली के वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष अमानत उल्लाह खाॅ, लक्ष्मी नगर के विधायक नितिन त्यागी और वक्फ बोर्ड के चीफ एकजीक्यूटिव आफीसर एस0एम0 अली और वक्फ बोर्ड के सदस्य चैधरी शरीफ अहमद से भी भैंट की। वक्फ बोर्ड ने भरोसा दिलाया है कि वह वक्फ बोर्ड की सम्पत्ति का सर्वे कराकर प्रयास करेंगे कि वह भूमि विश्वविद्यालय को मिल सके।

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