Thursday 16 June 2016

इग्नू में एससी एवं एसटी हेतु होगा निःशुल्क प्रवेशः डाॅ चतुर्वेदी

अलीगढ़ । इग्नू के अलीगढ़ क्षेत्रीय निदेशक डाॅ0 अमित चतुर्वेदी ने बताया कि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय 2016-17 सत्र से अनुसूचित जाति (एससी), एवं अनुसूचित जनजाति (एसटी) और आदिवासी वर्ग के छात्रों को बीए, बीकाॅम, बीटीएस, बीसीए, बीएसडब्ल्यू एवं बीएससी सहित छह कोर्सांे में निःशुल्क प्रवेश देगा।
इन छात्रों से सिर्फ परीक्षा शुल्क लिया जाएगा। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के बाद इस संबंध में इग्नू ने एक नोटोफिकेशन जारी कर दिया है तथा क्षेत्र के एससी एवं एसटी वर्ग के सभी युवा बीए, बीकाॅम, बीटीएस, बीसीए, बीएसडब्ल्यू एवं बीएससी में निःशुल्क प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं।
डाॅ अमित चतुर्वेदी ने कहा कि इग्नू अपने अध्ययन केन्द्रों की सहायता से दूर-दराज के क्षेत्रों में भी जाकर उच्च शिक्षा का प्रचार-प्रसार कर रहा है।इग्नू के कार्यक्रमों केे प्रचार-प्रसार के साथ गाँव-गाँव जाकर प्रवेश शिविर तथा प्रोत्साहन शिविरों का आयोजन करना है ताकि गाँव के युवा जो अपनी सामाजिक, आर्थिक, पारिवारिक तथा भौगोलिक परिस्थितियों के कारण उच्च शिक्षा प्राप्त करने का सपना पूरा न कर सके हों वे इग्नू के माध्यम से पूरा कर सकते है। इसी क्रम में इग्नू विभिन्न चैपालों में प्रवेश शिविरों का आयोजन करने जा रहा है। मुस्लिम युवाओं एवं युवतियों में इग्नू के कार्यक्रमों के प्रचार-प्रसार के लिए विभिन्न मस्जिदों में शुक्रवार की नमाज के बाद इग्नू के पम्पलेट आदि का वितरण किया जाता है। इग्नू द्वारा युवाओं की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए अनेक रोजगारपरक कार्यक्रम चलाये गये हैं, जिनमें बीसीए, बीएसडब्ल्यू, बीटीएस, बीबीए रिेटेल सम्मिलित हैं। इसके अलावा जो  युवा रोजगार के साथ बीएससी करना चाहते हैं वे भी इग्नू से बीएससी कर सकते हैं क्योंकि इग्नू में प्रतिशत/कक्षाओं की कोई बाध्यता नहीं है। इग्नू का बीए तथा बीकाॅम कार्यक्रम भी काफी प्रचलित है। कृषि तथा सम्बन्धित क्षेत्र में ज्ञान एवं कौशल की वृद्धि करने के लिए कृषकों के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम चलाये गये है। जिनमें रेशम कीट पालन, जैविक खेती, जल संचयन एवं प्रबंधन, कुक्कुट पालन, मधुमक्खी पालन, वृक्षारोपण प्रबंधन, जल कृषि, फलों एवं सब्जियों से मूल्य सवंर्धित उत्पादों में शिक्षण, डेयरी प्रौद्योगिकी, अनाजों, दालों और तिलहनों से प्राप्त मूल्य सम्बर्धित उत्पाद, मछली उत्पाद प्रौद्योगिकी, जल संभारण (वाटरसेड) प्रबंधन इत्यादि सम्मिलित हैं। उन्होंने बताया कि इग्नू द्वारा गृहिणियों की क्षमता वृद्धि के लिए भी बहुत सारे कार्यक्रम चलाये गये हैं, इनका उद्देश्य गृहिणियों को गृह सम्बन्धित कार्यों में दक्षता प्रदान करना है। इग्नू ने विकास कार्य से जुड़े हुए अधिकारी, कर्मचारी एवं विकास कार्यकर्ताओं के लिए विभिन्न कार्यक्रम तैयार किये हैं। कानून के विद्यार्थी एवं सलाहकारों के लिए ह्यूमन राईट, पैरालीगल, प्रैक्टिस, साइबर कानून, पेटेन्ट प्रैक्टिस, उपभोक्ता संरक्षण, मानव तस्करी, अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून आदि में प्रमाण पत्र डिप्लोमा, स्नातक आदि चलाये जाते हैं।
सहायक क्षेत्रीय निदेशक डाॅ0 भानू प्रताप सिंह ने कहा कि इग्नू कौशल आधारित शिक्षा प्रदान कर रहा है। जिससे ग्रामीण किसान, मजदूर से लेकर प्रशासनिक वर्ग का व्यक्ति इग्नू की शिक्षा से लाभान्वित हो रहा है। इग्नू विश्व का एकमात्र विशालतम विश्ववि़द्यालय है जो कि जन-जन के विश्वविद्यालय के नाम से जाना जाता है। सहायक क्षेत्रीय निदेशकने छात्रों को उत्कृष्ट सेवा प्रदान करने के आश्वासन के साथ-साथ यह भी बताया कि इग्नू में प्रवेश हेतु विवरण पुस्तिका इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र 3/310 मैरिस रोड, अलीगढ़ एवं अध्ययन केन्द्रों से रु0 200 का नकद भुगतान कर प्राप्त कर सकते हैं।
समन्वयक डाॅ0 गोपाल बाबू ने कहा ऐसे छात्र-छात्राओं को जो महाविद्यालय में प्रवेश के स्थान सीमित होने अथवा मैरिट काउण्ट कम होने के कारण प्रवेश से वंचित रह जाते हैं, वे भी इग्नू के माध्यम से शिक्षा प्राप्त करके अपने भविष्य को नये आयाम दे सकते हैं। इग्नू के माध्यम से बहुत कम धन व्यय करके उच्च स्तरीय शिक्षा प्राप्त की जा सकती है।

No comments:

Post a Comment