Tuesday 28 June 2016

अलीगढ़ सांसद अमुवि मे आरक्षण का राजनीतिकरण न करेः मिल्लत बेदारी

अलीगढ़:मिल्लन बेदारी मुहिम कमेटी (एम॰बी॰एम॰सी॰) ने अलीगढ़ के सांसद सतीश गौतम द्वारा अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में अनुसूचित जाति, जनजाति एवं पिछड़े वर्ग के आरक्षण की माँग पर त्रीव प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि सतीश गौतम को पता है कि उक्त विषय उच्चतम न्यायलय मे लम्बित है फिर भी वे सस्ती राजनीति के लिए अमुवि पर आरोप लगाते रहते है।

इस सम्बन्ध मे मिल्लत बेदारी के सचिव डाॅ॰ जसीम मोहम्मद ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (अमुवि) देश का एतिहासिक शिक्षण संस्थान है जिसके दरवाजे सदैव से समाज के प्रत्येक वर्ग के लिए खुले रहे है। डाॅ॰ जसीम मोहम्मद ने कहा कि यह याद रखना चाहिए कि अमुवि की स्थापना के लिए तत्कालीन कानूनो के अनुसार भारतीय मुसलमानों 30 लाख रूपये ब्रिटिश सरकार के खजाने मे जमा किये थे और अमुवि की स्थापना के पीछे भारतीय मुसलमानों के शैक्षिक संशक्तिकरण का ध्यय था। सदैव से अमुवि मे 50 प्रतिश्त आन्तरिक छात्रों और 50 प्रतिश्त बाहरी छात्रों को प्रवेश दिया जाता रहा है जिसमे समाज के सभी वर्ग शामिल है। श्री सतीश गौतम द्वारा जनता को भ्रमित करने के लिए ब्यान बाजी केवल राजनीति है।
डाॅ॰ जसीम मोहम्मद ने कहा कि अलीगढ़ सांसद सतीश गौतम स्वयं अमुवि कोर्ट के माननीय सदस्य है। यदि उन्हे अनुसूचित जाति/जनजाति के अरक्षण की इतनी ही परवाह है तो उन्हें इस विषय को अमुवि की कोर्ट बैठक मे उठाना चाहिए था न कि समाचार पत्रों ओर सोशल मीडिया पर क्योंकि इससे उनके पद की गरिमा पर नाकरात्मक प्रभाव पड़ता है। डाॅ॰ जसीम मोहम्मद ने कहा कि जहाँ तक केन्द्र सरकार द्वारा अमुवि को अनुदान देने का प्रश्न है तो केन्द्र सरकार देश के सभी केन्द्रिय विश्वविद्यालयो को अनुदान देती है और यह संविधान सम्मत प्रक्रिया है।डाॅ॰ जसीम मोहम्मद ने कहा कि जिस प्रकार दिल्ली मे एक खास विचारधारा के संगठन द्वारा सेमीनार आयोजित किया गया और जिस प्रकार अलीगढ़ श्री सांसद सतीश गौतम ने उसमें अमुवि के आरक्षण की माँग उठाई उससे साफ हो जाता है कि यह उत्तर प्रदेश मे 2017 मे आगामी विधान सभा चुनावों के परिदृष्य मे केवल राजनीतिक कदम है।
डाॅ॰ जसीम मोहम्मद ने अलीगढ़ श्री सांसद सतीश गौतम से अपील की वे प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के विकास एजेन्डे और सब का साथ सब का विकास के अन्र्तगत अलीगढ़ एवं अमुवि के लिए सकरात्मक कार्य करे तथा किसी भी विषय का राजनीतिकरण न करें क्योंकि वे अलीगढ़ के सभी धार्मिक वर्गों के प्रतिनिधि है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि श्री सतीश गौतम तथ्यों को समझेगें और अलीगढ़ के विकास पर अधिक ध्यान देगें।

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