Sunday 22 May 2016

अमुवि के प्रो हुसैन बने इंडियन लाइब्रेरी एसोसिएशन के अध्यक्ष

अलीगढ़ःअलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के लाइब्रेरी एण्ड इंफोरमेशन साइंस विभाग के अध्यक्ष एवं कोर्डीनेटर (डीआरएस प्रोग्राम) के समन्वयक प्रोफेसर शबाहत हुसैन के इंडियन लाइब्रेरी एसोसिएशन के अध्यक्ष पद पर निक्त किये जाने पर एक सम्मान समारोह का आयोजन कला संकाय के लाउंज में किया गया।

प्रो. शबाहत हुसैन एएमयू के पहले लाइब्रेरी क्षेत्र से जुड़े शिक्षाविद्व हैं जिन्हें इंडियन लाइब्रेरी एसोसिएशन का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
सम्मान समारोह को सम्बोधित करते हुए यूजीसी एचआरडी सेंटर के निदेशक प्रोफेसर एआर किदवई ने कहा कि प्रो. शबाहत हुसैन ने अपने समस्त दायित्वों का निर्वाह सम्मान व जिम्मेदारी के साथ किया है। उन्होंने कहा कि विश्व की प्रथम समाज विज्ञान साइबर लाइब्रेरी जिसका लाभ अब 116 देश उठा रहे हैं, की स्थापना में प्रो. शबाहत हसैन का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
एएमयू के सहकुलपति ब्रिगेडियर एस अहमद अली ने प्रो. शबाहत हुसैन को इलाहाबाद से भेजे अपने संदेश में कहा कि प्रो. हुसैन सही मायनों में इस सम्मान के हक़दार हैं। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि भविष्य में भी वह इस प्रकार के सम्मान प्राप्त कर विवि के नाम को गौरवान्वित करते रहेंगे।
यूनीवर्सिटी लाइब्रेरियन डॉ. नबी हसन ने लाइब्रेरी एण्ड इंफोरमेशन साइंस विभाग और प्रो. शबाहत हुसैन से अपने पुराने सम्बन्धों की चर्चा करते हुए कहा कि प्रो. शबाहत हुसैन का लाइब्रेरी के क्षेत्र में योगदान केवल एएमयू या भारत तक ही सीमित नहीं है बल्कि जर्मनी में कोलेबरेशन नेटवर्क (कॉलनेट) के विकास में उनका सक्रिय योगदान रहा है। उनहोंने कहा कि दा कॉल नेट जर्नल जो कि लंदन से प्रकाशित होने वाले इंटरनेशनल जर्नल है, को एएमयू मे ंप्रो. शबाहत ने स्थापित किया था।
प्रो. शबाहत हुसैन ने कहा कि उन्होंने अपने संपूर्ण जीवन को विभाग, एएमयू और अब इंडियन लाइब्रेरी एसोसिएशन के लिए समर्पित कर दिया है। उन्होंने कहा कि वह इंडियन लाइब्रेरी एसोसिएशन को नवीनतम ऊचाइयों तक ले जाने के लिए सक्रिय रूप से कार्य करेंगे।
लाइब्रेरी एण्ड इंफोरमेशन साइंस विभाग के प्रोफेसर नौशाद अली पीएम ने इंडिया लाइब्रेरियनशिप में इंडियन लाइब्रेरी एसोसिएशन के योगदान पर प्रकाश डाला। उनहोंने कहा कि विभाग एवं मौलाना आजाद लाइब्रेरी के विकास में योगदान करने के अलावा प्रो. शबाहत हुसैन ने राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।
विभाग के डॉ. मासूम रजा ने कहा कि लाइब्रेरी एण्ड इंफोरमेशन साइंस विभाग को देश का सर्वश्रेष्ठ विभाग बनाने में प्रो. शबाहत हुसैन ने अहम भूमिका निभाई है।
असिस्टेंट लाइब्रेरियन डॉ. अता खुरशीद ने कहा कि एमए लाइब्रेरी में सर सैयद पर्सनल लाइब्रेरी, मुगल शासक औरंगजेब की तलवार और लगभग साढ़े तीन सौ दुलर्भ पांडुलिपियों की खोज में प्रो. हुसैन का योगदान उल्लेखनीय है।
डॉ. सुधर्मा हरिदासन ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन विभाग की शोधार्थी अरीबा तौसीफ ने किया।
इस अवसर पर विभाग के छात्रों की ओर से शोधार्थी अजरा आफताब ने इस उपलब्धि पर प्रो. हुसैन को स्मृति चिन्ह भेंट किया। कार्यक्रम में प्रो. शादाब खुरशीद, सुश्री राना असकरी, डॉ. शाइस्ता बेदार, अहरार उल हसन, डॉ. सुरैया असलम मंहदी, तलत हुसैन, सुश्री तरब हुसैन और मुईन हुसैन तथा अरशद हुसैन भी विशेष तौर पर मौज्ूद थे।
इंडिया लाइब्रेरी एसोसिएशन एक राष्ट्रीय संस्था है जो कि भारत में मौजूद पुस्तकालयों एवं लाइब्रेरियन्स के हितों का ख्याल रखती है। इसकी स्थापना 1933 में केन्द्र तथा राज्य सरकारों के सलाह देने के लिए हुई थी। यह इंटरनेशनल लाइब्रेरी फोरम्स में भारत का प्रतिनिधित्व भी करती है।

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